NIA की टीम ने साइबर फ्रॉड मामले में करीब 9 घंटे के पूछताछ के बाद बाद साइबर फ्रॉड के मामले में गिरफ्तार किए गए धीरज तिवारी को मोतिहारी के चकिया पुलिस के हवाले कर दिल्ली के लिए रवाना हो गई, वहीं दूसरी तरफ आदमपुर थाना क्षेत्र के अररा गांव से गिरफ्तार जितेंद्र सहनी को PR बॉन्ड भरवाकर शर्तों के साथ छोड़ दिया है। शर्तों में था कि जब भी NIA और पुलिस बुलाएगी उसे हाजिर होना है। दिल्ली NIA के द्वारा 2024 में एक साइबर फ्रॉड का केस दर्ज हुआ था। जिसका कंडा संख्या 17/24 दर्ज हुआ था जिसमे शरीक तिवारी का सौतेला छोटा भाई मिथिलेश तिवारी का भी नाम था, तब से NIA की टीम उसकी तलाशी कर रही थी, इस दौरान जांच में पता चला की मिथिलेश का सौतेला बड़ा भाई धीरज तिवारी के नाम का सिम कार्ड से साइबर फ्रॉड हुआ था। NIA की टीम ने 4 घंटे तक किया सघन जांच उस साइबर फ्रॉड का पैसा धीरज तिवारी के दिवंगत पत्नी प्रियंका के मौत के बाद भी उसके खाते से लेनदेन किया जा रहा था, इसी बात को लेकर NIA की टीम को पता चला कि धीरज अपने ससुराल चकिया थाना के कोयल बेलवा गांव में है। जिसके बाद NIA की टीम ने धीरज तिवारी के ससुराल में 4 घंटे तक सघन जांच किया गया, जहां से नेपाल भारत का पहचान पत्र आधार कार्ड और आवासीय बरामद हुआ। मोबाइल, सिम कार्ड, नेपाल का पासपोर्ट, आधार कार्ड और पैन कार्ड बरामद इसके अलावा सिम और मोबाइल भी बरामद हुआ, जिसे NIA की टीम अपने साथ ले गई, NIA की टीम 8 घंटे तक पूछताछ किया। इस दौरान धीरज ने बताया कि उसके भाई मिथिलेश तिवारी ने उसके नाम से सिम कार्ड निकाला था इस बात की जानकारी नहीं है। इसके अलावा उसकी पत्नी के मौत के बाद कैसे खाता से लेनदेन जो रहा है, इस बात की हमे जानकारी नहीं है, हो सकता है कहीं मेरा भाई ही उस खाते का वही इस्तेमाल कर रहा है। NIA की टीम ने धीरज तिवारी के ससुराल से मोबाइल, सिम कार्ड, नेपाल का पासपोर्ट, कुबैद का कार्ड, भारत का आधार कार्ड, पैन कार्ड और आवासीय बरामद किया। मिथिलेश अभी भी फरार NIA के लाख प्रयास के बाद भी साइबर फ्रॉड का मास्टर माइंड मिथिलिया तिवारी अभी भी फरार है। NIA उसकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है लेकिन वह हाथ नहीं आ रहा है। NIA के छोड़ने के बाद धीरज को चकिया पुलिस किया गिरफ्तार साइबर फ्रॉड मामले में NIA की टिम ने धीरज तिवारी से गहन पूछताछ के बाद छोड़ दिया, जिसके बाद चकिया पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। धीरज की गिरफ्तारी चकिया पुलिस ने इस बात को ले कर किया है कि उसने नेपाल के नागरिक होने के बाद भी उसके फर्जी तरीके से अपने ससुराल चकिया थाना के कोइल बेलवा के पता पर आधार कार्ड। पैन कार्ड और आवासीय बनवाया था। इस मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। पत्नी के मौत के बाद धीरज ने साली से की शादी धीरज तिवारी कि पत्नी प्रियंका की हार्ट अटैक से 18 में मौत हो गई, जिसके बाद धीरज ने अपनी छोटी साली से 22 में शादी कर लिया, साली से शादी के बाद उसका अपने ससुराल लगातार आना जाना जाती था, इधर आदापुर थाना क्षेत्र में अररा गांव से जितेंद्र सहनी को NIA की टीम ने गिरफ्तार किया था। उससे भी पूछताछ के बाद छोड़ दिया। हालाकि छोड़ने से पहले NIA की टीम ने जितेंद्र से बॉन्ड बनवाया की जब भी पुलिस या NIA की टीम उसे जहाँ भी बुलाएगी उसे आना होगा, इसी शर्त पर उसे छोड़ा गया। जितेंद्र गांव और नेपाल में राज मिस्त्री का काम करता, मजदूर कलसा का आदमी है, उसके भी खाते में फ्रॉड का पैसा आया, पूछताछ के दौरान एनआईए को लगा की इसके खाते का किसी में इस्तेमाल किया है।
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