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स्मार्ट मीटर पर भ्रम फैलाने वालों को UPPCL का जवाब:3.41 लाख चेक मीटर से साबित हो चुकी सटीकता, बिल में 2% छूट भी

कुछ संगठन उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग के टैरिफ आदेश की गलत और भ्रामक व्याख्या करके उपभोक्ताओं में भ्रम पैदा कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने दावा किया कि स्मार्ट मीटर न सिर्फ पूरी तरह सही और पारदर्शी हैं। ऐसे उपभोक्ताओं को बिजली बिल पर 2% की छूट भी मिल रही है। बिजली की भी बचत हो रही है। आयोग ने कभी नहीं कहा – बिना सहमति प्रीपेड मीटर नहीं लगेंगे कुछ संगठन दावा कर रहे हैं कि नियामक आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि उपभोक्ता की सहमति के बिना स्मार्ट मीटर को प्रीपेड मोड में नहीं बदला जा सकता। यह सरासर गलत है। आयोग ने सिर्फ इतना कहा है कि प्रीपेड मीटर की अनिवार्य स्थापना के खिलाफ कुछ जनहित याचिकाएं अलग-अलग हाईकोर्ट में लंबित हैं। इसलिए जब तक कानूनी स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो जाती, मीटर चाहे प्रीपेड हो या पोस्टपेड, उपभोक्ता को सही और मानक मीटर ही दिया जाए। यदि किसी को मीटर की कार्यक्षमता पर शक है तो वह मीटर का परीक्षण करवा सकता है। नए कनेक्शन सिर्फ स्मार्ट मीटर के साथ ही मिलेंगे नियामक आयोग का स्पष्ट आदेश विद्युत अधिनियम-2003 की धारा 47(5) के तहत उपभोक्ता को प्रीपेड या पोस्टपेड चुनने का अधिकार जैसा कोई प्रावधान टैरिफ आदेश में नहीं है। आयोग ने साफ कहा है, सभी नए कनेक्शन सिर्फ स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ ही जारी होंगे। 3.41 लाख चेक मीटर से साबित – एक भी स्मार्ट मीटर तेज नहीं चला आरडीएसएस योजना के तहत उपभोक्ताओं की संतुष्टि के लिए 5% घरों में पुराने नॉन-स्मार्ट मीटर को चेक मीटर के तौर पर छोड़ा गया है। अभी तक प्रदेश में 3.41 लाख चेक मीटर लगाए जा चुके हैं। इनकी रीडिंग का लगातार मिलान हो रहा है और अब तक एक भी स्मार्ट मीटर तेज चलने का मामला सामने नहीं आया है। 51.71 लाख मीटर लग चुके, लक्ष्य 2.73 करोड़ प्रदेश में कुल 2 करोड़ 73 लाख मीटर लगाने का लक्ष्य है, जिसमें अब तक 51.71 लाख स्मार्ट मीटर लगा दिए गए हैं। दोनों इलेक्ट्रॉनिक मीटर और स्मार्ट मीटर में खपत मापने की तकनीक एकदम समान है। फर्क सिर्फ इतना है कि पहले मीटर रीडर आकर रीडिंग लेता था, अब रीडिंग ऑटोमैटिक ऑनलाइन हो जाती है। मानवीय गड़बड़ी का कोई मौका नहीं रहता। घंटे-घंटे की खपत देखें, बिजली बचाएं, बिल घटाएं स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के बाद उपभोक्ता UPPCL के आधिकारिक ऐप ‘UPPCL Smart Consumer App’ से हर घंटे की खपत देख सकता है। पता चल जाता है कि फ्रिज, एसी या कूलर सबसे ज्यादा बिजली खा रहा है। उपभोक्ता बिजली बचाकर अपना बिल खुद कम कर सकता है। घर बैठे रिचार्ज की सुविधा, 2% छूट और 1912 हेल्पलाइन पर तुरंत शिकायत निवारण भी मिलता है। अचानक बिजली नहीं कटती, कई अलर्ट और ग्रेस पीरियड मिलता है प्रीपेड मीटर में बैलेंस 30%, 10% और जीरो होने पर हर बार SMS अलर्ट आता है। प्रीपेड में बदलने के बाद 30 दिन का ग्रेस पीरियड, बैलेंस खत्म होने पर भी 3 दिन का अतिरिक्त समय, रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक और छुट्टी के दिन कनेक्शन नहीं काटा जाता। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे भ्रामक प्रचार और अफवाहों से बचें। दावा किया कि जैसे मोबाइल ने दूरसंचार को बदल दिया, वैसे ही स्मार्ट मीटर बिजली क्षेत्र में पारदर्शिता और उपभोक्ता सशक्तिकरण की नई क्रांति ला रहे हैं।


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