पटना जंक्शन के पास जाम से निजात दिलाने के लिए गोलंबर को छोटा किया गया था। गोलंबर को छोटा करने में करीब 1.71 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, लेकिन अब भी रोज जाम लगा रहता है। इसी बीच आज पटना नगर निगम के नगर आयुक्त यशपाल मीणा और एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने ड्रोन सर्वे के जरिए पटना जंक्शन के आसपास के क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान ट्रैफिक एसपी वैभव शर्मा सहित संयुक्त टीम ने जंक्शन के सभी प्रमुख मार्गों, फुटपाथों, पार्किंग स्थलों, लाइटिंग व्यवस्था, दुकानों के आसपास की स्वच्छता, अतिक्रमण की स्थिति और यात्रियों के चलने-फिरने की सुविधा का निरीक्षण किया। ड्रोन सर्वे से चिह्नित किए गए ‘डेड स्पेस’ पटना जंक्शन के चारों ओर स्थित डेड स्पेस की वास्तविक स्थिति जानने के लिए ड्रोन के माध्यम से हवाई सर्वेक्षण कराया गया। सर्वेक्षण में कई ऐसे हिस्से चिन्हित किए गए जहां जगह तो उपलब्ध है, पर उसका उपयोग नहीं हो रहा। इन सभी जगहों का भविष्य में इस्तेमाल किया जाएगा। नगर आयुक्त ने कहा की इन डेड स्पेस का उपयोग यात्री सुविधा, पार्किंग, सुगम मार्ग, ग्रीन बेल्ट, व्यवस्थित पार्किंग, स्वच्छता और सौंदर्यीकरण के लिए किया जाएगा। इससे पैदल यात्रियों को राहत मिलेगी, भीड़ का दबाव कम होगा और क्षेत्र की छवि में सुधार होगा। अतिक्रमण और अवैध पार्किंग पर सख़्ती निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जंक्शन परिसर व मुख्य सड़कों पर अवैध अतिक्रमण और अनियंत्रित पार्किंग किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ट्रैफिक पुलिस और निगम की संयुक्त टीम को निर्देशित किया गया कि फुटपाथों को पैदल यात्रियों के लिए पूरी तरह फ्री रखा जाए, अवैध पार्किंग पर तुरंत कार्रवाई हो, और जंक्शन के सामने वाहनों की अनावश्यक भीड़ न बढ़ने पाए। नए ड्रॉप एंड गो जोन, सर्कुलेशन प्लान और नो-पार्किंग बेल्ट लागू किए जाएंगे ताकि वाहन चालकों और यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके।
https://ift.tt/4gELva8
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply