डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गुरुवार शाम बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें सफाई व्यवस्था ध्वस्त मिली, जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। खराब व्यवस्था के चलते सफाई एजेंसी का एक महीने का भुगतान रोक दिया गया है। निरीक्षण के दौरान कॉलेज में रखरखाव का काम भी अधूरा पाया गया। डिप्टी सीएम ने प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार को एक महीने के भीतर सभी अधूरे कार्यों को पूरा करने का निर्देश दिया। डिप्टी सीएम का यह दौरा पूर्व निर्धारित नहीं था। स्थानीय अधिकारियों को उनके आगमन की सूचना एक घंटे पहले मिली थी। पाठक शाम को अचानक सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता के आवास पर पहुंचे और कुछ देर रुकने के बाद सीधे मेडिकल कॉलेज गए। उन्होंने वहां भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों से बातचीत कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। ब्रजेश पाठक ने स्पष्ट किया कि मेडिकल कॉलेज से मरीजों को रेफर करने की परंपरा स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने कॉलेज की इमारत को पूरी तरह से मानकों के अनुरूप बनाने के निर्देश दिए। डिप्टी सीएम ने यह भी बताया कि अब मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों को खाली पदों पर नियुक्ति का अधिकार दे दिया गया है, जो पहले शासन के पास था। उन्होंने कहा कि प्राचार्यों की जिम्मेदारी है कि वे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करें, शिक्षकों की बेहतर ढंग से नियुक्ति करें और चिकित्सा व्यवस्था को भी उच्च गुणवत्ता वाला बनाएं। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता, सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता और डीसीबी चेयरमैन जेके सक्सेना सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
https://ift.tt/wL2SQPn
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply