मेरठ में बारात देख रही एक युवती की गोली लगने से मौत हो गई। गली से बारात निकल रही थी, वह छत पर खड़े होकर बारात देख रही थी, तभी हर्ष फायरिंग के दौरान अचानक पेट में गोली लगी और उसने दम तोड़ दिया। वहीं जिस घर में शादी थी वहां इस हादसे के बाद मातम छा गया। बाराती, हर्ष फायरिंग के दौरान हुई हत्या की घबराहट में बारात छोड़कर भाग गए। दूल्हे का निकाह नहीं हो सका। पूरे मामले में पुलिस ने अज्ञात और नामजद में 25 लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा है। आरोपी फरार हैं। वहीं पीड़ित, आरोपी दोनों ही पड़ोस के आमने-सामने के घरों में हुए हादसे से माहौल गमजदा है। दैनिक भास्कर की टीम ने मौके पर पहुंचकर पूरे मामले को समझा। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहले जानिए क्या था मामला
घटना लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के श्यामनगर 20 फुटा इलाके की है। जहां सोमवार रात हाजी शाहनवाज के बेटे सुहेल की शादी सोहराब गेट के रहने वाले हाजी इस्लाम की छोटी बेटी से होनी थी। सुहेल की बारात फफूंडा गांव के किंग पैलेस मंडप में जानी थी। रात 10 बजे घर से चढ़त हो रही थी। चढ़त देखने के लिए सामने पड़ोसी किराना दुकानदार अरशद की 20 साल की बेटी अफशां छत पर चढ़ी थी। अफशां अपनी दादी और कुछ बच्चों के साथ घर की छत पर चढ़कर बारात देख रही थी। तभी सड़क पर नाच रहे कुछ बारातियों ने अवैध, लाइसेंसी दोनों हथियारों से जमकर हर्ष फायरिंग कर दी। उन्होनें लगभग 20 राउंड फायर की। हवाई फायरिंग के दौरान अचानक एक गोली चढ़त देख रही अफशां के पेट में जाकर लगी। अफशां तुरंत छत पर ही गिर पड़ी। वो दर्द तड़प रही थी, लगभग 10 मिनट तक वो तड़पती रही। उसका भाई उसे बाइक पर तुरंत केएमसी अस्पताल फुटबॉल चौक पर ले गया। लेकिन अफशां ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। अस्पताल के डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। पूरे मामले में थाना पुलिस ने दूल्हा उसके घरवालों को नामदर्ज और अज्ञात में 25 लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा है। आरोपी फरार हैं, जिनकी धरपकड़ के लिए पुलिस दबिश दे रही है। कुछ आरोपी पुलिस अरेस्ट कर चुकी है। अब पढ़िए अफशां के भाई क्या बताया
खून से तरबतर बहन को इलाज के लिए ले जाने वाले भाई अब्दुल समद ने पूरी घटना बताई। अब्दुल ने बताया- हमारे सामने वाले घर में ही शादी थी। हमारे परिवार को भी न्योता था। हमारे अब्बू अरशद खुद शादी में जाने के लिए तैयार हो रहे थे। तभी अफशां ने कहा कि उसे चढ़त देखनी है। वो सामने ही हमारे दादा इकबाल के घर चली गई। उनकी छत से चढ़त देखने के लिए ऊपर चली गई। तभी किसी ने गोली चला दी। हमने शोर सुना और मैं तुरंत छत पर भागा। देखा तो वहां अफशां खून से लथपथ पड़ी थी। उसके पेट से खून निकल रहा था। वो चीख रही थी। हमारे घर के और लोग भी तभी छत पर आ गए। सब चिल्ला रहे थे। मैंने बहन को गोद में उठाया। क्योंकि वो चलकर सीढ़ी उतरने के काबिल नहीं थी। इससे उसके इलाज के लिए हमें और देर हो जाती। इसलिए मुझे जो समझ आया मैंने तुरंत वो किया। मैंने अफशां को गोद में उठाकर तेजी से सीढ़ियां उतरी। नीचे आकर अपनी बाइक उठाई, बहन को बैठाया और केएसमी अस्पताल बागपत रोड की तरफ भागा। मेरी बाइक की स्पीड भी उस समय काफी थी। क्योंकि मुझे जल्द से जल्द बहन की पट्टी करानी थी। खून न बहे इसके लिए हमने घर पर ही उसके पेट पर दुपट्टा बांध दिया था। इसके बावजूद उसे काफी खून बह रहा था। अफशां की रास्ते में ही हो गई मौत
मैं रास्ते भर बहन से बात करता हुआ उसे अस्पताल लाया। लेकिन इतनी जल्दी करने के बाद भी मैं लेट हो गया। अस्पताल में पहुंचते ही डॉक्टरों ने बहन को देखा तो बताया कि अफशां की रास्ते में ही मौत हो गई। मुझे ताउम्र ये गम रहेगा कि मैं अपनी बहन को नहीं बचा सका। भाई ने कहा- रास्ते भर मैंने अल्लाह से दुआ करते हुए बाइक चलाई कि मेरी बहन की जिंदगी बचा लेना, लेकिन मैं हार गया। रास्ते भर मैं अफशां से बात करता रहा, उसे दिलासा देता रहा कि सब सही हो जाएगी। बस अभी डॉक्टर के पास जा रहे हैं। वो दर्द से चीख रही थी। लेकिन अस्पताल पहुंचने से 2 मिनट पहले वो खामोश हो गई थी। मुझे उसकी आवाज नहीं आई। मैं रो भी रहा था और उससे बात भी कर रहा था। लेकिन उसे बचा नहीं पाया। पिता कर रहे थे बारात में जाने की तैयारी
मोहल्ले की इस शादी में अफशां के परिवार को भी न्योता था। अफशां के पिता अरशद खुद बारात में जाने की तैयारी कर रहे थे। चढ़त होती देख वो बारात में जाने ही वाले थे। तभी बेटी ने दादा यासीन के घर बारात देखने की बात कहीं। दूल्हे और यासीन का घर आमने-सामने हैं। अफशां बारात देख रही थी, तभी हर्ष फायरिंग में उसे गोली लग गई। 6 भाई बहनों में चौथे नंबर पर थी अफशां
अफशां के पिता अरशद की घर के बाहर ही किराना दुकान है। घर में अफशां की मां साजिदा, बड़ी बहन निदा, अलीना, भाई अब्दुल समद, छोटे भाई अब्दुल आहद और छोटी बहन हिफ्जा है। अफशां ने इस साल इंटर की पढ़ाई पूरी की थी। वो बीए करना चाहती थी, लेकिन इस साल एडमिशन नहीं हो पाया। 2026 में उसे आरजी कॉलेज में बीए में एडमिशन लेना था। बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती थी
अफशां के नाना हाजी यूनुस का दर्द बयां करते शब्द थम नहीं रहे थे। उन्होंने कहा मेरी धेवती बहुत सीधी-सादी, मेहनती थी डॉक्टर बनना चाहती थी। बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर अपनी पढ़ाई चला रही थी। जालिमों ने उसका सपना भी तोड़ दिया और हमारे घर की रोशनी भी बुझा दी। शादी के जोड़े में बैठी रह गई दुल्हन
सुहेल की शादी सोहराब गेट के रहने वाले हाजी इस्लाम की छोटी बेटी से होनी थी। सोमवार को हाजी इस्लाम की दो बेटियों की शादी थी। दोनों ही बारात किंग पैलेस गेस्ट हाउस में आनी थीं। बड़ी बेटी सबा परवीन की शादी दिल्ली के मोहम्मद इब्राहिम और छोटी बेटी अलीना परवीन की शादी सुहेल से होनी थी। इब्राहिम और सबा का निकाह तो पढ़ा गया। लेकिन अलीना शादी के जोड़े में बैठी रह गई। निकाह टलने से दुल्हन के घर सन्नाटा
शाहनवाज के बेटे सुहेल की शादी कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित सोहराब गेट के रहने वाले हाजी इस्लाम की बेटी से होनी थी। इस्लाम का पूरा परिवार किंग पैलेस मंडप में बारात आने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन बारात आने से पहले ही ये हादसा हो गया। इससे अफरा तफरी मच गई और बारात नहीं आ सकी। अब इस्लाम के घर में भी मातम पसरा है। शादी वाला घर सूना है। मोहल्ले के लोगो का कहना है कि किस्मत ने कैसा वार किया, इस्लाम की एक बेटी निकाह करके ससुराल गई, और दूसरी बिना निकाह किए निकाह के जोड़े में ही वापस घर लौट आई। दूल्हे समेत 3 नामजद पर रिपोर्ट दर्ज
एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा ने बताया- मृतका के पिता अरशद की तहरीर पर दूल्हे सुहेल, उसके भाई साकिब और पिता हाजी शाहनवाज को नामजद और 20-25 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। हर्ष फायरिंग में शामिल आरोपी साकिब को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने साकिब के पास से तमंचा भी बरामद कर लिया। वहीं पुलिस ने मंगलवार को दूल्हे सुहेल की मां को भी हिरासत में लिया गया है। बाकी आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। सीसीटीवी फुटेज देखने पर पता चला कि दूल्हे के भाई साकिब की गोली से युवती की मौत हुई है। साजिश रचने के आरोप में साकिब की मां परवीन को भी गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दो टीमें लगाई गई हैं। ————————– ये खबर भी पढ़ें…. हर्ष-फायरिंग में युवती की मौत, घोड़ी से उतरकर दूल्हा भागा:शादी में भी नहीं पहुंचा; मेरठ में छत से बारात देख रही थी
मेरठ की एक बारात में हर्ष फायरिंग में युवती की मौत हो गई। वह छत पर खड़ी होकर बारात देख रही थी तभी उसे गोली लगी। घटना के बाद दूल्हा घोड़ी से उतर कर भागते हुए मैरिज हाल तक पहुंचा। लेकिन पुलिस को वहां देख वह पीछे के रास्ते से फरार हो गया। दुल्हन शादी के जोड़े में बैठी ही रह गई। पढ़ें पूरी खबर…
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