एजुकेशन रिपोर्टर| भागलपुर राष्ट्रीय संविधान दिवस पर बुधवार को टीएमबीयू और इसके विभिन्न कॉलेजों में कार्यक्रम हुए। विवि की एनएसएस इकाई ने सीनेट हॉल में परिचर्चा की। मुख्य वक्ता पीजी राजनीति विज्ञान विभाग के शिक्षक विवेक कुमार हिंद ने कहा कि संविधान कानूनी डॉक्यूमेंट नहीं बल्कि जीवित दस्तावेज है। लॉ के हेड अमित कुमार अकेला ने संविधान दिवस की ऐतिहासिकता पर चर्चा की। डॉ. राहुल कुमार ने कहा कि मैकाले की मानसिकता से निकलने के लिए भारतीय ज्ञान परंपरा के आधार पर संविधान की पुनर्व्याख्या जरूरी है। अध्यक्षता कर रहे डॉ. रवि शंकर चौधरी ने कहा कि हमारे संविधान में अधिकार और कर्तव्य दोनों की बात की गई है। टीएनबी कॉलेज में हुए कार्यक्रम में प्राचार्य प्रो. दीपो महतो और मुख्य वक्ता के रूप में नगर आयुक्त शुभम कुमार उपस्थित थे। नगर आयुक्त ने कहा कि संविधान नागरिकों में समानता, आत्मसम्मान और राष्ट्रप्रेम की भावना का विकास करने का माध्यम है। उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के सवालों को तैयारी की रणनीति, समय प्रबंधन और तनाव प्रबंधन के सुझाव दिए। प्राचार्य ने कहा कि यदि छात्र संविधान प्रदत्त मूल्यों को अपने व्यवहार में उतार लें, तो राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. चंदन कुमार ने किया।छात्रों ने पोस्टर, कविता और भाषण प्रतियोगिताओं के माध्यम से न्याय, समानता और लोकतांत्रिक अधिकारों की समझ दिखाई।
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