मुजफ्फरपुर में दो दिन से लापता युवक दीपक कुमार का शव कदानें नदी से मिला है। शव मिलने के बाद आक्रोशित परिजनों और स्थानीय लोगों ने मुजफ्फरपुर-छपरा मुख्य सड़क को आज जाम कर दिया। इस दौरान भीड़ ने पुलिस पर लाठी-डंडों से हमला कर उन्हें खदेड़ दिया। मृतक दीपक कुमार (22) बसंत खरौना गांव, तुर्की थाना क्षेत्र का निवासी था। परिजनों के अनुसार, दीपक 23 नवंबर की रात अपने दोस्तों के साथ पड़ोसी की बेटी की शादी में गया था। देर रात वह अपने एक फोटोग्राफर दोस्त को छोड़ने के लिए अन्य तीन दोस्तों के साथ एक बाइक पर निकला। मड़वन चौक पर चाय पीने जाते समय कोदरिया के पास पुलिस की गाड़ी देखकर सभी दोस्त बाइक छोड़कर भाग गए। करजा थाना पुलिस ने बाइक को कोदरिया गांव में एक स्थानीय व्यक्ति के घर में रखवा दिया और घर वालों से कहा कि कोई आए, तो थाने में बात कराएं। 24 नवंबर की सुबह से परिजन दीपक की तलाश में करजा और तुर्की थानों के चक्कर लगाते रहे, लेकिन पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी। दूध का व्यापारी था दीपक वरीय अधिकारियों से शिकायत के बाद देर शाम करजा थाने में मृतक दीपक के तीन दोस्तों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि दीपक अपने पिता के साथ दूध का व्यवसाय करता था। दीपक के घर नहीं पहुंचने पर दोस्तों के घर वाले से दीपक के परिजन ने बात की, तो पता चला कि पुलिस ने उसे पकड़ लिया था। दीपक के परिजनों ने बताया कि दीपक के 3 दोस्त उसके साथ निकले थे, जिसमें कोदरिया का गुड्डू शादी में फोटोग्राफी का काम करता है। गांव के ही रहने वाले अभिषेक और अंकित के परिजनों से बात करने पर पता चला कि उसे पुलिस पकड़ लिया था । गांव में ही थी नरेश राम की बेटी की थी शादी मृतक दीपक के गांव बसंत खरौना में ही नरेश राम की बेटी की शादी थी. जिसमें दीपक का दोस्त कोदरिया निवासी गुड्डू मिला था। 23 नवंबर की देर रात दीपक, गुड्डू को उसके घर कोदरिया छोड़ने अपने गांव के दोनों दोस्त अभिषेक और अंकित के साथ निकला था । अचानक रास्ते में इन्होंने चार पिया। 4 लोग एक ही बाइक पर सवार थे। ये पुलिस को देखते ही भागने लगे। दीपक के चाचा राम स्वार्थ राय ने बताया कि पुलिस ने बाइक को लेकर कोदरिया में ही एक घर में रख दिया था । 24 तारीख की शाम को दर्ज हुआ केस,मिला जूता चाचा ने आगे बताया कि करजा थाना पुलिस मानने को तैयार नहीं थी। कितना भी मिन्नत किया, लेकिन सीधा कहती थी कि चोरी की बाइक है। केस करना है, तो जहां घर है उस थाना में जाओ।तुर्की थाना पुलिस करजा थाना जाने को कहती थी। थक कर जब वरीय अधिकारियों से स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से बात हुई, तो करजा थाना पुलिस ने कहा कि उसके साथ जितने लोग थे, उन सभी के नाम से आवेदन दे दीजिए। केस हो जाएगा। तो मेरा भाई महेश राय (दीपक के पिता) के लिखित आवेदन पर केस हुआ । खोजबीन के समय कदाने नदी के पास दीपक का जूता मिला, जो पुलिस अपने साथ लेकर गई । स्थानीय लोगों और मृतक दीपक के चाचा के अनुसार जहां दीपक का जूता 24 नवंबर की शाम को मिला था, उसके आसपास नदी में जाल फेंककर और स्थानीय गोताखोर की मदद से लगातार खोजबीन की जाने लगी तो दीपक का बॉडी मिला। बॉडी मिलते ही फूटा गुस्सा, आगजनी कर घंटों रहा रोड जाम दीपक का शव नदी में मिलने के बाद परिजनों और स्थानीय लोग गुस्सा हो गए। इन्होंने शव के साथ मुजफ्फरपुर सारण मुख्य मार्ग को मड़वन चौक कर दिया जमा । दीपक के शव के साथ परिजनों और स्थानीय लोगों ने आगजनी कर सड़क जाम कर दिया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची करजा थाना पुलिस टीम को उग्र भीड़ ने खदेड़ दिया और भीड़ में शामिल कुछ महिलाओं और युवाओं ने पुलिस टीम के साथ धक्का मुक्की और मारपीट की गई । स्थिति को उग्र होता देख, पुलिस की टीम वापस लौट गई। फिर काफी संख्या में पुलिस बल के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहारे लोगों को समझाने बुझाने का काम चलता रहा। सड़क जाम करने पर पुलिस टीम ने फोरेंसिक जांच के सैंपल लेने के लिए FSL टीम को बुलाया। टीम ने सड़क पर रखे दीपक के शव से फोरेंसिक जांच के लिए सैंपल इकट्ठा किया। पूरे मामले में पूछे जाने पर सरैया एसडीपीओ आईपीएस गरिमा ने बताया कि परिजनों का आरोप बुनियाद है। तीनों नामजद बदमाश के खिलाफ केस दर्ज करते हुए पुलिस ने छापेमारी भी की है। शव के साथ प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर हमला भी किया गया है। पूरे मामले में पुलिस कांड दर्ज कर कठोर कार्रवाई करेगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद क्लियर हो पाएगा कि हत्या है या फिर डूबने से मौत हुई है।
https://ift.tt/GT5mJaC
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply