‘बेटे ने मरने से पहले फोन पर बताया था कि एसडीएम और बीडीओ उसे प्रताड़ित कर रहे हैं। उस पर मतदाता पुनरीक्षण कार्य (SIR) में बैकवर्ड लोगों के नाम काटने और जनरल कैटेगरी के लोगों के नाम जोड़ने का दबाव बनाया जा रहा था। मना करने पर उसे सस्पेंड करने और गिरफ्तारी कराने की धमकी दी जा रही थी। रात में बेटा फोन पर काफी रो रहा था। मैंने समझाया भी कि परेशान मत हो। सुबह 10 बजे पता चला कि उसने ज़हर खा लिया।’ यह कहना है गोंडा में जहर खाकर जान देने वाले विपिन यादव के पिता सुरेश का। वह पुनरीक्षण कार्य (SIR) में लगे थे। मंगलवार सुबह जहर खाने के बाद विपिन को गोंडा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, फिर वहां से लखनऊ KGMU रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पिता के आरोपों को लेकर दैनिक भास्कर ने तरबगंज SDM विश्वामित्र सिंह से बात की। उन्होंने कहा- सारे आरोप निराधार हैं। मैंने उन पर नाम काटने का दबाव नहीं बनाया। DM प्रियंका निरंजन ने जांच की कमेटी बनाई है। इसमें मुख्य राजस्व अधिकारी महेश प्रकाश और ASP पश्चिम राधेश्याम राम शामिल हैं। जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। विपिन यादव जौनपुर के मल्हनी गांव के निवासी थे। पोस्टमॉर्टम के बाद देर रात शव घर लाया गया। बेटे का शव देखकर मां-पिता चीख पड़े। अब अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही हैं।
पत्नी बोलीं- सारे अफसर मिले, पति को मार डाला पत्नी सीमा यादव ने बताया- 2-3 महीने से मेरे पति को एसडीएम, बीडीओ और लेखपाल काफी प्रताड़ित कर रहे थे। सर्वे के लिए भेजते थे। जो लोग आधार कार्ड नहीं देते, उनका नाम भी वोटर लिस्ट में जोड़ने का दबाव बनाते। सैकड़ों लोगों की सूची थमा दी थी। जल्दी काम पूरा करने के लिए धमकाते थे। मैंने सोमवार को ही अपने भाई को फोन करके कहा था कि यहां आ जाओ और इनका काम पूरा करवा दो, ये बहुत परेशान हैं। सुबह 9 बजे अच्छे से खा-पीकर घर से निकले थे। ऑफिस पहुंचते ही ज़हर खा लिया। मेरे पास अस्पताल से फोन आया तो जानकारी हुई। डीएम जो पारिवारिक तनाव की बात कह रही हैं, वह बिल्कुल गलत है। सारे अधिकारी मिले हुए हैं। मेरे पति को मिलकर मार डाला। साले ने कहा- जीजा अफसरों से परेशान थे… विपिन के साले सचिन यादव ने बताया- एक दिन पहले बात हुई थी। जीजा ने फोन पर बताया कि एसडीएम, बीडीओ और लेखपाल दबाव बना रहे हैं। ओबीसी वोटर को हटाने और जनरल वालों को बढ़ावा देने के लिए कहा जा रहा है। पारिवारिक तनाव जैसी कोई बात नहीं थी। मेरी तो रोज बात होती थी। ऐसा कुछ होता तो मुझे जरूर पता होता। हमारी मांग है कि पत्नी को नौकरी दी जाए और बेटे की पढ़ाई का पूरा खर्च सरकार उठाए। SDM बोले- आरोप निराधार, ऐसा कुछ भी नहीं कहा गया
तरबगंज एसडीएम विश्वामित्र सिंह ने परिवार के आरोपों पर कहा-सारे आरोप निराधार हैं। मैंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है। ऐसा कोई भी एसडीएम नहीं कह सकता। अब इस मामले में पता नहीं कौन-कौन सी ताकतें सक्रिय हो जाएंगी कि इस एंगल पर बोलो। उन्होंने कहा- जब भी उसकी ड्यूटी लगाई, उसने नहीं किया। यह हमारा बीएलओ नहीं है। केवल हमारे तहसील क्षेत्र में इसकी ड्यूटी लगी थी, क्योंकि मनकापुर विधानसभा के कुछ बूथ हमारे तहसील क्षेत्र में आते हैं। अजय राय बोले- डीएम भी मिली हुई हैं, सब पर हो हत्या की FIR
कांग्रेस नेता अजय राय विपिन यादव के गांव पहुंचे। पिता को गले लगाकर ढाढ़स बंधाया। कहा- SIR में कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। एसडीएम, बीडीओ और लेखपाल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। पत्नी को विपिन के ही पद पर नौकरी मिलनी चाहिए। एक करोड़ रुपए की सरकारी सहायता राशि दी जाए। डीएम ने पत्नी पर संदेह जताकर अधिकारियों को बचाने की कोशिश की है, यह अमानवीय है। डीएम को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए, नहीं तो माना जाएगा कि डीएम खुद भी मामले में शामिल हैं। पत्नी के साथ किराए के मकान में रहते थे टीचर जौनपुर के मल्हनी गांव में रहने वाले विपिन यादव गोंडा के जैतपुर माझा स्थित सरकारी स्कूल में असिस्टेंट टीचर थे। विपिन अपनी पत्नी सीमा यादव के साथ जैतपुर माझा में ही किराए के मकान में रहते थे। विपिन परिवार का बड़ा बेटा था। उसका एक 4 साल का बेटा है। पत्नी गोंडा में ही रहती हैं। विपिन का एक छोटा भाई सचिन है। उसकी शादी हो चुकी है। अब कल का पूरा घटनाक्रम पढ़िए सुबह 7 बजे जहर खाया, लखनऊ के KGMU में तोड़ा दम
मंगलवार सुबह 7 बजे उन्होंने जहर खाया। विपिन को गोंडा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वहां से गोंडा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। उनके पूरे शरीर में ज़हर फैल चुका था। सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। घटना की सूचना मिलते ही जिला निर्वाचन अधिकारी (डीएम) प्रियंका निरंजन, सदर SDM अशोक कुमार और CMO डॉ. रश्मि वर्मा गोंडा मेडिकल कॉलेज पहुंचे और विपिन यादव का हाल जाना। इधर, डॉक्टरों ने हालत में सुधार न होने पर लखनऊ के KGMU रेफर किया। डॉक्टरों ने करीब आधे घंटे तक उन्हें रिवाइव करने की कोशिश की। बाद में डॉक्टरों ने ‘ब्रॉट डेड’ घोषित कर दिया। फिर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। विसरा सुरक्षित कर लिया गया। देर शाम परिवार वाले शव लेकर अपने गांव रवाना हो गए। पत्नी ने पति का वीडियो शेयर किया
गोंडा मेडिकल कॉलेज में ही पत्नी सीमा यादव ने मोबाइल से वीडियो बनाकर शेयर किया था। इसमें विपिन ने SIR के काम को लेकर तरबगंज SDM विश्वामित्र सिंह, नवाबगंज BDO रवि गुप्ता और लेखपाल पर लगातार दबाव बनाने और अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया था। डीएम ने कहा था- पत्नी की भूमिका संदिग्ध डीएम प्रियंका निरंजन ने दबाव के आरोपों को खारिज करते हुए कहा था-विपिन के बूथ पर 700 मतदाता थे। 350 गणना प्रपत्र वह भर चुके थे। काम सही ढंग से चल रहा था, कोई दबाव नहीं था। यह मामला पारिवारिक तनाव से जुड़ा है। विपिन यादव को बयान देने के लिए कुछ लोगों ने उकसाया था। पत्नी सीमा यादव की भूमिका संदिग्ध लग रही है। इसकी भी जांच कराई जा रही है।
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