इलाहाबाद विश्वविद्यालय में लगातार दिन रात 35 घंटे तक चले आंदोलन को महज 5 मिनट में खत्म करा दिया गया। इसके पीछे प्रयागराज के एडीएम सिटी सत्यम मिश्रा का बड़ा रोल रहा। भूख हड़ताल पर बैठे छात्र आक्रोशित थे लेकिन मंगलवार की रात करीब 9 बजे एडीएम सिटी सत्यम मिश्रा उनके बीच पहुंचे। पहले तो छात्र चीफ प्रॉक्टर प्रो. राकेश सिंह को बुलाने की बात पर अड़े रहे। छात्र नारेबाजी करते रहे लेकिन सत्यम मिश्रा ने उनके बीच बैठकर उन्हें समझाने का प्रयास। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. आशीष खरे व डीएसडब्ल्यू प्रो. एनके शुक्ल व पुलिस के अधिकारी भी पहुंचे। एडीएम सिटी ने छात्रों से कहा, “मैं यहां अफसर बनकर नहीं बल्कि आप लोगों का बड़ा भाई बनकर आपके बीच आया हूं।” उन्होंने छात्रों की बातें सुनी और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांग पूरी होगी। कुलसचिव ने आश्वासन दिया कि निलंबित छात्रों को निलंबन वापस होगा। इसके बाद आंदोलन समाप्त हुआ। जानिए, क्या रहा पूरा मामला फैज अहमद फैज की स्मृति दिवस पर दिशा छात्र संगठन के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय कैंपस में एक कविता पाठ आयोजित कराना चाहते थे। इसके लिए वह विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर आफिस में गए थे अनुमति के लिए। वहीं पर कुछ विवाद हुआ था। छात्रों ने आरोप लगाया कि वहां पर चीफ प्राॅक्टर प्रो. राकेश सिंह और सहायक चीफ प्रॉक्टर अतुल नारायण सिंह ने उनके साथ बदमीजी की और गाली गलौच किया। इसके बाद तीन छात्र निधि, सौम्या और संजय का निलंबन किया गया। बस इसी बात को लेकर दिशा छात्र संगठन की अगुवाई में आंदोलन चल रहा है। आंदोलित छात्रों का कहना है कि निलंबित छात्रों का निलंबन वापस लिया जाए और चीफ प्राॅक्टर को हटाया जाए। 24 नवंबर से छात्र विश्वविद्यालय गेट पर बड़ा आंदोलन शुरू कर दिए थे।
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