महोबा शहर कोतवाली परिसर में सवर्ण समाज के लोगों ने मध्य प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा के खिलाफ प्रदर्शन किया। वर्मा, जो अजाक्स के नवनिर्वाचित प्रांतीय अध्यक्ष भी हैं, पर सवर्ण समाज के विरुद्ध विवादित बयान देने का आरोप है। यह विवादास्पद टिप्पणी भोपाल के अंबेडकर पार्क में क्रांति अधिवेशन के दौरान की गई थी। इसमें उन्होंने एससी-एसटी आरक्षण के संदर्भ में आपत्तिजनक और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया। इस बयान से सवर्ण समाज की भावनाएं आहत हुई हैं, और ब्राह्मण समाज ने इसे जातिवादी, अपमानजनक और अशोभनीय बताया है। प्रदर्शनकारियों ने कोतवाली का घेराव कर लिखित शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोपी अधिकारी के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की। लगभग एक सैकड़ा लोग इस विरोध प्रदर्शन में शामिल थे। ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि संतोष वर्मा का बयान ब्राह्मण बेटियों के लिए अपमानजनक है। उन्होंने इसे अखिल भारतीय सेवा आचार नियमों का उल्लंघन बताया। पदाधिकारियों के अनुसार, ऐसे बयान समाज में जातिवाद को बढ़ावा देते हैं और सरकार की ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसी योजनाओं के उद्देश्यों के विपरीत हैं। ब्राह्मण एकता समाज संगठन के एक पदाधिकारी ने कहा कि संतोष वर्मा जैसे लोग सनातनी समाज में विभाजन पैदा कर रहे हैं। उन्होंने सरकार और प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की, ताकि समाज की आहत भावनाओं का सम्मान हो और भविष्य में ऐसी टिप्पणियों पर रोक लगे। प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी की गई, जिसमें ब्राह्मण समाज के विभिन्न संगठन, छात्र नेता और वरिष्ठ नागरिक शामिल थे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
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