मुजफ्फरपुर में लगातार दूसरे दिन नगर निगम ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया है। विशेष अभियान जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी (पूर्वी) तुषार कुमार के नेतृत्व में गठित एक टीम द्वारा संचालित किया गया। टीम ने अघोरिया बाजार, बैरिया और चांदनी चौक क्षेत्रों में सड़क किनारे बने अवैध अतिक्रमणों को चिह्नित कर हटाया। इस दौरान दुकानदारों और वाहन चालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई। अभियान के तहत अघोरिया बाजार से चांदनी चौक तक कुल 105 अवैध संरचनाओं को ध्वस्त किया गया। अघोरिया बाजार में 60 अवैध संरचनाएं हटाई गईं, जबकि बैरिया से चांदनी चौक के बीच 45 अस्थायी निर्माण हटाए गए। इन संरचनाओं में दुकानों के सामने बने शेड, डिस्प्ले स्टैंड और ठेले-खोंचे शामिल थे, जिनके कारण सड़क संकरी हो गई थी और यातायात बाधित हो रहा था। दुकानदारों को चेतावनी दी गई है कि यदि भविष्य में पुनः अवैध अतिक्रमण पाया जाता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अघोरिया बाजार चौक और आसपास के इलाकों में तीन साल बाद अभियान मंगलवार को अघोरिया बाजार चौक और आसपास के इलाकों में तीन साल बाद अतिक्रमण और अवैध पार्किंग के खिलाफ जिला प्रशासन ने बड़ा अभियान चलाया है। इस कार्रवाई में नगर विधायक रंजन कुमार भी प्रशासन के साथ सड़क पर उतरे, ताकि कहीं विरोध होने पर लोगों को समझाया जा सके। मुजफ्फरपुर के अघोरिया बाजार चौक पर इससे पहले 23 जून 2022 में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया गया था। नगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक रंजन कुमार ने इस संबंध में कहा कि जनता को जागरूक होने की आवश्यकता है और इसी जागरूकता के लिए वे सड़कों पर उतरे हैं। उन्होंने लोगों से अपने कर्तव्यों का पालन करने और दूसरों को असुविधा न हो, इसके लिए अवैध पार्किंग व अतिक्रमण न करने की अपील की। नगर निगम की टीम के साथ मौजूद एसडीओ पूर्वी तुषार कुमार ने बताया कि इस बुलडोजर कार्रवाई से पहले पूरे शहर में जागरूकता अभियान चलाया गया था और चेतावनी भी जारी की गई थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि अवैध पार्किंग करने वाले ऑटो चालकों सहित सभी अतिक्रमणकारियों को सुधरने का मौका दिया जा रहा है, अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसडीओ ने यह भी कहा कि शहर के विभिन्न स्थानों पर यह अभियान लगातार जारी रहेगा। अतिक्रमण के साथ-साथ वाहन चेकिंग का भी विशेष अभियान चलाया अतिक्रमण हटाओ अभियान के साथ-साथ वाहन चेकिंग का भी विशेष अभियान चलाया गया। इसमें कुल 155 वाहनों की जांच की गई। मोटर वाहन अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई करते हुए ₹62,500 का जुर्माना वसूला गया। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सड़कें आम जनता के सुगम, सुचारू और सुरक्षित आवागमन के लिए होती हैं। उन पर किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, क्योंकि इससे जाम की समस्या उत्पन्न होती है और लोगों को आवाजाही में परेशानी होती है। मोटर वाहन अधिनियम के कड़े अनुपालन का निर्देश जिलाधिकारी ने जिला परिवहन पदाधिकारी (DTO) को निर्देश दिया कि मोटर वाहन अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए शहरी क्षेत्रों में लगातार सघन वाहन जांच जारी रखें। उन्होंने कहा कि नियमों का उल्लंघन सड़क दुर्घटनाओं की मुख्य वजह है। इस संबंध में जिला परिवहन पदाधिकारी कुमार सत्येंद्र ने कहा कि 12 महीनों में 8419 वाहनों की जांच की गई। इसमें 521 वाहन चालक बिना हेलमेट के पकड़े गए, जिससे कुल ₹13,53,509 का जुर्माना मोटर वाहन अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत वसूला गया। इस संबंध में जिलाधिकारी ने बताया कि आगे भी इसी तरह कठोर अभियान चलाते हुए सड़क सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने आम लोगों और वाहन चालकों को जागरूक करते हुए कहा कि वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल बिल्कुल न करें। सेल्फी लेना या वीडियो बनाना दुर्घटना का आम कारण बनता है, इससे बचें। दोपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट तथा चारपहिया वाहनों के लिए सीट बेल्ट अनिवार्य है। ओवर स्पीड और ओवरलोडिंग किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन शून्य सहनशीलता की नीति पर कार्य कर रहा है। जाम और अतिक्रमण से मुक्ति के लिए उच्च स्तरीय कमेटी का गठन मुजफ्फरपुर शहर में बढ़ते ट्रैफिक दबाव, ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा की अव्यवस्थित पार्किंग तथा रुक-रुक कर चलने की समस्या को देखते हुए जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने संयुक्त आदेश जारी कर एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है। कमेटी की अध्यक्षता नगर आयुक्त करेंगे। सदस्य के रूप में नगर पुलिस अधीक्षक, जिला परिवहन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी (पूर्वी), पुलिस उपाधीक्षक (यातायात), अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (शहरी वन एवं शहरी टू) शामिल रहेंगे। कमेटी को निर्देश दिया गया है कि शहरी क्षेत्र में जाम की समस्या के समाधान हेतु ई–रिक्शा एवं ऑटो रिक्शा के रूट निर्धारण पर कार्य करें। आवश्यकतानुसार वेडिंग जोन तय करें ताकि सड़क पर अनावश्यक ठहराव न हो।
रूटों को कलर कोडिंग के आधार पर व्यवस्थित करें। हर सप्ताह समीक्षा कर अद्यतन रिपोर्ट जिलाधिकारी को उपलब्ध कराएं। शहर के चौक-चौराहों पर ठहराव से बढ़ती समस्या पर रोक विदित हो कि शहर के अधिकांश चौक-चौराहों खास कर कल्याणी, चंदवारा, सरैयागंज, मिठनपुरा, मोतीझील आदि में ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा मनमाने ढंग से बीच सड़क पर रुक जाते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने ई–रिक्शा एवं ऑटो रिक्शा के लिए निर्धारित स्थानों पर ही ठहराव की अनुमति देने तथा उनका रूट तय करने का निर्णय लिया है। अब सड़कों को जाम मुक्त करने से क्या फायदा जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अतिक्रमण हटाओ/ वाहन जांच अभियान निरंतर जारी रहेगा। दोषियों को चिह्नित कर उन पर विधिसम्मत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस मिलकर आम जनता को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करेंगे। सोमवार को बैरिया गोलंबर से दादर पुल तक चलाया था अभियान इससे पहले नगर निगम की टीम ने सोमवार को बैरिया गोलंबर से दादर पुल तक अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की थी। अभियान शुरू होते ही दुकानदार अपनी दुकानों को समेटने लगे थे। इस कार्रवाई में अनुमंडल पूर्वी के कार्यपालक दंडाधिकारी रामनाथ कुमार को मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात किया गया था। एसडीएम की देखरेख में नगर निगम और पुलिस बल ने मिलकर अतिक्रमण हटवाया। करीब तीन घंटे तक चले इस अभियान में एक दर्जन से अधिक दुकानों को हटाया गया। नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि अभियान का मुख्य उद्देश्य न केवल अतिक्रमण हटाना है, बल्कि शहर के लोगों को राहत देना भी है। एसडीओ पश्चिमी श्रेया श्री ने बताया कि 2 दिन पहले ही हिदायत दी गई थी। इसके बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया था। इसलिए विधिवत प्रक्रिया पूरी कर अतिक्रमण हटाया गया है।
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