लखीमपुर में नाबालिग बच्ची का फांसी के फंदे से लटका शव मिला। रविवार दोपहर घर से दूध पीकर निकली। शाम को घर के सामने सूखे शहतूत के पेड़ पर फांसी के फंदे से लटका मिला। घटना की सूचना पर प्रधान पहुंचे। प्रधान की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सोमवार सुबह पोस्टमॉर्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। परिजनों का आरोप है कि पोस्टमॉर्टम के बाद जब रात में शव गांव पहुंचा तो पुलिस ने दबाव बनाकर बिना परिवार की अनुमति के रात 12 बजे घर के पास ही अंतिम संस्कार करा दिया, जिससे वे अपनी बच्ची का चेहरा भी अंतिम बार नहीं देख पाए। बड़ी बहन ने गंदा काम करके हत्या की आशंका जताई है। हालांकि रिपोर्ट में मौत का कारण ‘हैंगिंग’ बताया गया है। परिवार का कहना है कि 10 साल की बच्ची खुद फांसी नहीं लगा सकती, उसके साथ अनहोनी की गई है। तिकुनिया कोतवाली क्षेत्र के गांव रननगर का है। देखें 2 तस्वीरें… अब जानिए पूरा मामला ‘भास्कर’ की टीम जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर गांव रननगर पहुंची। नीतू(10) अपने नाना रामविलास और दादी रुकमनी के साथ रहती थी। रविवार दोपहर को वह दूध पीकर घर के बाहर खेलने गई थी। इसी दौरान उसका शव घर के सामने लगे सूखे शहतूत के पेड़ पर फंदे से लटका मिला। उस समय घर में केवल दादी मौजूद थीं। नाना पड़ोसी गांव गए हुए थे। दादी ने ग्राम प्रधान चरनजीत को सूचना दी। प्रधान ने तुरंत पुलिस को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस रात में मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजन बोले- पुलिस चेहरा तक नहीं देखने दिया मंगलवार रात पोस्टमार्टम के बाद जब शव गांव पहुंचा तो परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें बच्ची का चेहरा तक नहीं देखने दिया गया और उनकी अनुमति के बिना रात 12 बजे अंतिम संस्कार करा दिया गया, जबकि बच्ची नाबालिग थी और उसे दफनाया जाना चाहिए था। पिता की 7 साल पहले हो चुकी मौत परिजनों ने यह भी कहा कि हिंदू रीति के अनुसार रात में अंतिम संस्कार नहीं किया जाता। परिवार की स्थिति बेहद कठिन है—पिता कौशल की सात साल पहले मौत हो चुकी है, मां गुड्डी दूसरी शादी कर गांव से अलग हो गईं, जिसके बाद बच्ची नाना-नानी के घर पली-बढ़ी। दो भाई अजय (15) और सुनील (12) मजदूरी करते हैं, जबकि बड़ी बहन काजल की शादी हो चुकी है। बहन बोली- खुद फांसी नहीं लगा सकती काजल का आरोप है कि उसकी बहन खुद फांसी नहीं लगा सकती और उसके साथ गलत काम करने के बाद हत्या कर पेड़ पर लटका दिया गया। उसने यह भी कहा कि पुलिस ने दबाव बनाकर रात में ही शव जला दिया, जिससे परिवार न्याय से दूर हो गया। दादी रुकमनी ने बताया कि बच्ची दूध पीकर बाहर खेलने गई थी और थोड़ी देर बाद पेड़ से लटकी मिली। रिश्तेदार लवकुश ने भी यही आरोप दोहराया कि हत्या कर उसे फांसी पर लटकाया गया और दबाव बनाकर रात में अंतिम संस्कार करा दिया गया, जिससे दोबारा पोस्टमार्टम की कोई संभावना नहीं बची। हिंदू संगठन ने किया था हंगामा घटना की जानकारी मिलते ही सोमवार को हिंदू संगठन से जुड़े लोग तिकुनिया कोतवाली पहुंच गए और कार्रवाई तथा मामले के खुलासे की मांग को लेकर हंगामा किया। पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद एफआईआर दर्ज कर घटना का खुलासा करने का आश्वासन दिए जाने पर लोगों का गुस्सा शांत हुआ। नाना ने तहरीर दी, पुलिस ने नहीं लिखी FIR वहीं पुलिस का कहना है कि मृत बच्ची के नाना रामविलास ने अज्ञात व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है, लेकिन परिवार FIR दर्ज कराने के लिए तैयार नहीं है। पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट में केवल ‘हैंगिंग’ का ही जिक्र है और अंतिम संस्कार में किसी तरह का दबाव नहीं डाला गया। तिकुनिया कोतवाली प्रभारी पुष्पराज कुशवाहा ने भी कहा कि पुलिस ने किसी पर कोई जबरदस्ती नहीं की है। सीओ शिवम कुमार ने बताया कि वह फिलहाल अयोध्या ड्यूटी पर तैनात हैं और वापस लौटने के बाद मामले की जांच कराई जाएगी।
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