श्रावस्ती में पथरी के ऑपरेशन के कुछ दिनों बाद तबियत बिगड़ने से महिला की मौत हो गयी। निर्मला तिवारी के पति ब्रह्मानंद तिवारी ने आकाश नर्सिंग होम पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिवार ने जिम्मेदार डॉक्टरों पर एफआईआर और गिरफ्तारी की मांग करते हुए नर्सिंग होम को पूरी तरह बंद करने की मांग की है। पीड़ित ब्रह्मानंद तिवारी के अनुसार, दूरबीन विधि से ऑपरेशन के लिए 35,000 रुपए लिया था। आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान बहराइच से बुलाए गए डॉक्टर ने महिला के शरीर पर 10 जगह चीरे लगाए। जिससे संक्रमण फैल गया। इसके बाद शरीर में सूजन और मवाद आने लगा। मरीज की हालत गंभीर होने पर आकाश नर्सिंग होम के संचालक ने उन्हें बहराइच के न्यू हिंद अस्पताल रेफर कर दिया। हालांकि, वहां भी उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ। परिवार महिला को इलाज के लिए लखनऊ तक ले गया लेकिन सुधार नहीं हुआ। सीएमओ डॉ. अशोक कुमार सिंह ने हफ्ते भर पूर्व बताया था कि यह मामला उनके संज्ञान में है। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता का आरोप है कि दूरबीन विधि से ऑपरेशन के बजाय शरीर पर कई चीरे लगाए गए। सीएमओ ने आश्वासन दिया था कि मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की जा रही है, जिसमें सर्जन भी शामिल होंगे। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और आवश्यकता पड़ने पर एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। यह भी बताया गया कि करीब एक हफ्ते पहले नर्सिंग होम को सील कर दिया गया था। निर्मला तिवारी की बेटी शालिनी तिवारी ने बताया कि ऑपरेशन के बाद उनकी मां को गंभीर संक्रमण हो गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर कोई भी डॉक्टर उनकी मां को छूने को तैयार नहीं था और परिवार के सदस्यों को खुद ही मरहम-पट्टी भी कई बार करनी पड़ी। शालिनी ने दोषियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने और नर्सिंग होम को स्थायी रूप से बंद करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों। परिवार घटना में दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग पर अड़ा है।
https://ift.tt/W6Av5UI
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply