लखनऊ में रिकवरी एजेंट शशि प्रकाश की हत्या रूम पार्टनर ने साथी के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने रविवार को दोनों आरोपियों को कमता बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि पैसों के लेनदेन में हत्या की थी। घटना 19 नवंबर की है। इंदिरानगर सेक्टर-8 चौराहे पर फाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंट शशि प्रकाश उपाध्याय की हत्या कर दी गई थी। आरोपियों की पहचान अखिलेश कुमार पुत्र त्रिभुवन निवासी ग्राम साहू का बंगला थाना खोड़रे जनपद गोण्डा और प्रिन्स उर्फ अरूण यादव पुत्र योगेन्द्र यादव निवासी भैसौड़ा थाना कन्धरापुर जनपद आजमगढ़ के रूप में हुई। प्रिंस शशि प्रकाश का रूम पार्टनर है। 100 रुपए के लिए की हत्या डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि शशि ने आरोपी प्रिंस को जूता खरीदने के लिए 800 रुपए उधार दिए थे। जिसका 100 रुपए बाकी था। वही रुपए वापस करने के बहाने बुलाया। रुपए वापसी के दौरान इन लोगों में बहस हो गई। इसके बाद मारपीट शुरू हो गई। जिसके बाद वहां पड़े शीशे के टुकड़ा सिर पर मार दिया। जिससे शशि गंभीर रूप से घायल हो गए। फिर आरोपी फरार हो गए। कमता बस स्डैंट के पास से गिरफ्तार किया पूछताछ में बताया कि दोनों शशी प्रकाश उपाध्याय के दोस्त हैं। शशी प्रकाश उपाध्याय ने नौकरी लगवाई थी। दोनों शशि के अंडर में पार्ट टाइम जॉब करते थे। बुधवार की रात शशि से सैलरी और पैसे की लेनदेन की बात को लेकर विवाद हो गया। इस दौरान शशि की मारपीट कर हत्या कर दी गई। लखनऊ से भागने के फिराक में थे तभी पुलिस ने पकड़ लिया। घर से 200 मीटर दूर मिला था शव शशि प्रकाश उपाध्याय (24) मूलरूप से अंबेडकरनगर के राजे सुल्तानपुर का रहने वाला था। वह इंदिरानगर के सेक्टर-8 स्थित रघुराजनगर में किराए के मकान में अकेले रहते थे। वह विष्णु एंड कंपनी में लोन रिकवरी एजेंट था। बुधवार रात करीब 11 बजे उनका शव घर से 200 मीटर दूर चौराहे पर खून से लथपथ मिला था।
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