शिवहर के पिपराही प्रखंड के कमरौली पंचायत में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत भेजे गए चावल और गेहूं की खराब गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों ने रविवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि बिहार स्टेट फूड सिविल सप्लाई कॉर्पोरेशन द्वारा पैक्स अध्यक्ष रवि कुमार के गोदाम पर भेजे गए अनाज की कई बोरियों में कीड़े मिले हैं, जो सरकारी सिस्टम की लापरवाही को दर्शाता है। ग्रामीण बोले- बच्चों को ऐसा अनाज नहीं खिला सकते ग्रामीणों ने बताया, अनाज की गुणवत्ता इतनी खराब थी कि चावल और गेहूं में कई जगह कीड़े साफ नजर आ रहे थे। उन्होंने कहा, वे ऐसा अनाज अपने परिवार और बच्चों को नहीं खिला सकते, क्योंकि इससे बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। अनाज से भरे ट्रैक्टर को रोका, ड्राइवर को रोककर किया विरोध ग्रामीणों ने खराब गुणवत्ता वाले राशन के विरोध में गोदाम में अनाज उतारने से इनकार कर दिया। रूपनारायण साह, निर्मला देवी, रितु देवी, विशेश्वर दास, रामचंद्र साह, सुभाष कुमार, सिकंदर पटेल, मरु साह, विक्की कुमार, अनीता देवी, मनीषा कुमारी, मुन्नी देवी, राघो राय, बीना देवी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने ट्रैक्टर को रोक लिया और ड्राइवर को वहीं रोके रखा। उनका कहना था कि जब तक बेहतर गुणवत्ता वाला अनाज उपलब्ध नहीं कराया जाता, वे किसी भी हाल में इसे गोदाम में उतरने नहीं देंगे। पिछली बार से भी खराब- ग्रामीण ग्रामीणों ने बताया कि पिछले वितरण की तुलना में इस बार की आपूर्ति सबसे खराब है। उन्होंने आरोप लगाया कि गरीबों के नाम पर सरकार घटिया सामान भेजकर परेशानी बढ़ा रही है। गांव में बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष जमा हो गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से अनाज की गुणवत्ता की जांच कराने, दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने और बेहतर गुणवत्ता वाला राशन आपूर्ति करने की मांग की। खबर भेजे जाने तक गांव का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है और ग्रामीण अपने रुख पर कायम हैं।
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