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पहले पीरियड्स से ही मां अपनी बेटी का रखें ख्याल, सही डाइट और देखभाल है जरुरी!

पीरियड्स के दौरान हर किसी लड़की को अपना ख्याल बेहद जरुरी होता है। इस दौरान एनर्जी लेवल कम होता है और शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसका असर सीधा बॉडी पर देखने को मिलता है। पीरियड्स के समय सही खान-पान बेहद जरुरी होता है। लड़कियों में पहली बार पीरियड्स की शुरुआत होती है, उस समय किसी भी लड़की के मन में कई सवाल होते हैं और इन सभी सवालों के जवाब उसे अपने मां से ही मिलते हैं। किसी भी मां के लिए यह काफी जरुरी है कि जब उनकी बेटी पीरियड्स के शुरु होने की उम्र के आस-पास पहुंच जाए, तो वे उसको पीरियड्स की बेसिक जानकारी जरुर बताएं। यदि आपकी बेटी 8-14 साल की है, उसे पहली बार पीरियड्स आ गए हैं या आने वाले हैं, तो इस समय पर आपको उसकी डाइट का खासा ख्याल रखता है। अगर आप सही डाइट पहले पीरियड्स के समय पर होने वाले फिजिकल और इमोशनल बदलावों से डील करने में मदद करता है। इस दौरान आपको अपनी बेटी की डाइट में किन चीजों को शामिल करना चाहिए, आइए आपको बताते हैं।
पीरियड्स की शुरुआत से बेटी की डाइट में करें ये बदलावॉ
– इस दौरान डाइट में हेल्दी फैट्स को शामिल करें। हेल्दी फैट्स जैसे कि घी, नारियल, सीड्स और भीगे हुए नट्स हार्मोनल बैलेंस को बनाए रखता है। वहीं, अनहेल्दी फैट्स मोटापा को बढ़ा सकते हैं और इनसे कई बीमारियों का खतरा रहता है। अनहेल्दी फैट्स इस समय पर शरीर में होने वाले हार्मोनल उतार-चढ़ाव से डील करने में मदद करता है।
– जंक फूड्स और शुगर से दूरी बनाना काफी जरुरी है। प्यूबर्टी के दौरान शरीर में हार्मोन्स ऊपर-नीचे होते हैं। अगर आप प्रोसेस्ड फूड्स या अधिक शुगल लेती हैं, तो हार्मोन्स डिस्टर्ब नहीं होते हैं।
– डाइट में आयरन की मात्रा को अधिक बढ़ाएं। ऐसे में चुकंदर, खजूर, गुड़, पालक और काली किशमिश को डाइट का हिस्सा जरुर बनाएं। शरीर में आयरन की कमी के कारण, पीरियड्स में अधिक दर्द और कमजोरी महसूस होती है।
– पीरियड्स के समय हट हेल्थ पर भी असर पड़ता है। इस समय पर दही, छाछ, कांजी और फर्मेंटेड चावल को डाइट में जरुर शामिल करें, ऐसा करने से हार्मोन्स बैलेंस होते हैं।
– अपनी बेटी को पीरियड ट्रैकिंग सिखाएं। किसी एप या कैलेंडर की मदद से उसे पीरियड्स को ट्रैक करने की सलाह दी जाती है। 
– पीरियड्स के दौरान हल्की-फुल्की फिजिकल एक्टिविटी भी जरुर करें। योगा, वॉकिंग और डांसिंग मूड और हार्मोन्स को बूस्ट करता है।
– अपनी बेटी से पीरियड्स के बारे में खुलकर बात करें।  अगर उसे कोई दिक्कत फील हो रही है, तो उसकी बात को समझने की कोशिश करें। 


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