DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर निकला नगर कीर्तन:आगरा से काफिला पहुंचा शीशगंज, कांच की बस में विराजमान श्री गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी रही आकर्षण का केंद्र

सिख धर्म के नौवें गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहीदी शताब्दी के उपलक्ष्य में आगरा से दिल्ली तक निकला विशाल नगर कीर्तन देर रात शीशगंज साहिब पहुंचा। पूरे सफर में संगत का भव्य स्वागत हुआ और जगह-जगह सुरक्षा के खास इंतजाम रहे। गुरुद्वारा गुरु का ताल, आगरा से रविवार सुबह अरदास के साथ शुरू हुआ नगर कीर्तन देर रात दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गुरुद्वारा शीशगंज साहिब पहुंचा। यह नगर कीर्तन गुरु तेग बहादुर साहिब जी, भाई मती दास, भाई सती दास और भाई দयाला जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित था। नगर कीर्तन में कांच की विशेष बस में विराजमान श्री गुरु ग्रंथ साहिब महाराज की पालकी मुख्य आकर्षण रही। सबसे आगे पंच प्यारे और निशान साहिब लिए निशानची शामिल हुए। इसके बाद फूलों से सजे वाहनों का लंबा काफिला आगे बढ़ता गया। करीब 15 बसों और 100 से अधिक कारों का काफिला आगरा से रवाना होकर मथुरा, कोसी, पलवल होते हुए दिल्ली पहुंचा। पूरे मार्ग में स्थानीय संगत ने नगर कीर्तन का स्वागत किया। पुलिस-प्रशासन ने हर जिले में सुरक्षा व्यवस्था संभाली। गुरुद्वारा गुरु का ताल के मौजूदा मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह जी ने बताया कि गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने कश्मीरी ब्राह्मणों की रक्षा के लिए अपनी शहादत दी थी। आगरा में जहां गुरु जी ने स्वयं को गिरफ्तार कराया, वहां आज गुरुद्वारा गुरु का ताल स्थापित है। दिल्ली का शीशगंज साहिब वही स्थान है जहां गुरु जी और उनके तीन साथी सिखों को यातनाएं देकर शहीद किया गया था। नगर कीर्तन को रवाना करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय भी मौजूद रहे। आरएसएस प्रतिनिधि भी पहुंचे। सभी का स्वागत बाबा अमरीक सिंह ने सिरोपा देकर किया। व्यवस्था की जिम्मेदारी जत्थेदार राजेंद्र सिंह इंदौरिया ने संभाली। गुरुद्वारा गुरु का ताल के रंजीत अखाड़े की ओर से पूरे रास्ते गतका और युद्ध कला का प्रदर्शन किया गया। लाल किले के पास से कीर्तन करते हुए संगत पैदल शीशगंज साहिब तक पहुंची। पुरातन शस्त्र कला और गटका ने नगर कीर्तन को अलौकिक रूप दिया। इस यात्रा में आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा के अलावा अलीगढ़, शाजापुर, सितारगंज, पीलीभीत, शाहबाजपुर आदि क्षेत्रों की संगत ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया। कई जत्थेदार और गुरुद्वारों के प्रतिनिधि भी पूरे मार्ग में शामिल रहे।


https://ift.tt/0gESUby

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *