दिल्ली ब्लास्ट में कश्मीर कनेक्शन सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस और स्थानीय खुफिया यूनिट (LIU) ने संभल जनपद में कश्मीरी मजदूरों और सुरक्षाकर्मियों का सत्यापन अभियान तेज कर दिया है। जनपद की मीट प्लांटों, विभिन्न फैक्ट्रियों और अन्य संस्थानों में कुल 59 कश्मीरी मजदूर कार्यरत हैं। सम्भल कोतवाली क्षेत्र के चिमयावली गांव स्थित इंडिया फ्रोजन फूड मीट फैक्ट्री में सुरक्षा का ठेका जम्मू-कश्मीर की टाइटल सिक्योरिटी कंपनी के पास है। यहां 39 सुरक्षाकर्मी, जिनमें गार्ड और अधिकारी शामिल हैं, सभी जम्मू-कश्मीर के पूंछ और राजौरी जिलों के निवासी बताए जा रहे हैं। इसी क्षेत्र की बंद पड़ी अल फलाह फूड फैक्ट्री में भी कश्मीर के पूंछ जिले का एक सुरक्षा कर्मचारी तैनात मिला, जबकि अल रहमान फ्रोजन फूड फैक्ट्री में पूंछ जिले के चार सुरक्षाकर्मी कार्यरत पाए गए। स्थानीय खुफिया यूनिट (LIU) ने मीट फैक्ट्रियों में काम कर रहे कश्मीरी मजदूरों का सत्यापन पूरा कर लिया है। वहीं, डीएसएम शुगर मिल रजपुरा में कार्यरत 15 कश्मीरी मजदूरों की जानकारी मिल प्रबंधन ने पुलिस को औपचारिक रूप से उपलब्ध कराई है। सत्यापन प्रक्रिया के बाद 13 गार्डों को कश्मीर वापस भेज दिया गया है। डीएसएम शुगर मिल रजपुरा के यूनिट हेड आशीष शर्मा ने बताया कि मिल में कार्यरत सभी बाहरी मजदूरों की जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन के साथ पूरा सहयोग किया जा रहा है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, अभी अन्य फैक्ट्रियों और यूनिटों में भी कश्मीरी मजदूरों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई सामान्य सुरक्षा प्रक्रिया का हिस्सा है। उल्लेखनीय है कि संभल का कनेक्शन अलकायदा सहित विभिन्न आतंकी संगठनों से सामने आ चुका है। LIU, स्पेशल ब्रांच और अन्य खुफिया एजेंसियां संभल में रह रहे जम्मू-कश्मीर के मजदूरों और सुरक्षाकर्मियों को लेकर सतर्क हैं। तीन साल पहले आयकर विभाग की आधा दर्जन प्लांटों में हुई छापामारी के दौरान यह जानकारी सामने आई थी, जिसके कारण संभल NIA-ATS के रडार पर भी है।
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