सेक्टर 11 में रहने वाले गत्ते के कार्टून बॉक्स बनाने वाली फैक्ट्री के मालिक को साइबर अपराधियों ने ट्रेडिंग के बहाने उनसे दो करोड़ 90 लाख रुपए की ठगी कर ली। व्यक्ति को 25 जून फेसबुक पर एक महिला फेसबुक पर दोस्त बनी। इसके बाद महिला ने बिजनेस मैन का वॉट्सऐप लेकर बातचीत शुरू की और महिला ने ट्रेडिंग में निवेश कर 20 प्रतिशत तक लाभ होने की योजना बताई। साथ ही एक एप डाउनलोड कराई। जिस पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद पीड़ित ने पहली बार 50 हजार रुपए निवेश किया। पीड़ित ने चार महीने में कुल 17 बार में 2.90 करोड़ रुपए ठगों के खाते में ट्रांसफर कर दिए। जोकि ऐप बढ़कर 7.90 करोड़ रुपए मुनाफे की रकम दिखने लगी। उन्होंने रुपए निकालने की कोशिश की तो उनसे टैक्स के रूप में रुपए की मांग की गई। तब उन्हें ठगी के बारे में जानकारी हुई और साइबर थाने में केस दर्ज कराया। पुलिस रकम ट्रांसफर हुए खातों के आधार पर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को नितिन पांडे ने बताया कि वह सेक्टर 11 में परिवार संग रहते हैं। वह गत्ते के कार्टून बॉक्स बनाने वाली फैक्ट्री के मालिक हैं। जोकि ग्रेटर नोएडा में चलती है। इसी साल 25 जून को उन्हें फेसबुक के माध्यम से मध्य प्रदेश की रहने वाली सुनैना शर्मा नाम की महिला की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। प्रोफाइल देखने के बाद नितिन ने रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली। दोनों की फेसबुक के मैसेंजर पर बातचीत शुरू हुई और कुछ दिनों के बाद वॉट्सऐप पर जुड़ गए। पीड़ित के अनुसार शुरुआती दौर में उसने सामान्य बातें की। 20 प्रतिशत तक दिखा प्रॉफिट
धीरे-धीरे दोनों की गहरी दोस्ती हो गई और दोनों एक दूसरे पर विश्वास करने लगे। पीड़ित के अनुसार इसी बीच उस महिला ने कहा कि वह बिजनेस के साथ शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करें तो मोटा मुनाफा कमा सकते हैं। महिला ने अपना वॉलेट भी दिखाया जिसमें हर सेशन में लगभग 15-20 प्रतिशत का हाई रिटर्न और प्रॉफिट दिख रहा था। पीड़ित उसके अनुरोध पर और रिटर्न से प्रभावित होकर फाइनलटो पर एक अकाउंट बनाकर ट्रेडिंग शुरू कर दी। 50 हजार से 4 महीने में 2.90 करोड़ शुरुआत में 4 जुलाई 2025 को उसने 50 हजार रुपए से निवेश किया, जिस पर ठगों ने उन्हें मुनाफे के कुछ रुपए ऐप पर दिखाए। झांसे में आने के बाद उन्होंने 4 महीनों में 17 ट्रांजैक्शन के साथ के साथ 2 करोड़ 90 लाख रुपए ठगों के खाते में ट्रांसफर कर दिए। पुलिस को नितिन पांडे ने बताया कि ऐप पर हर रोज रकम बढ़ती हुई दिखाई देती थी। इस वजह से उसने अपने रिश्तेदार और परिवार वालों से कर्ज लेकर ठगों को रुपए देता रहा। निवेश की रकम बढ़ी हुई रकम जो 7.90 करोड़ रुपए ऐप पर दिखाई दे रही थी। वॉटसग्रुप से किया बाहर
पीड़ित ने उसे निकालने की पेशकश की तो ठगों ने टैक्स के रुप में कुछ रुपए मांगे। पीड़ित ने रुपए नहीं होने की बात कही तो उन्हें वॉट्सऐप ग्रुप से बाहर कर दिया गया। महिला ने पीड़ित को फेसबुक और वॉट्सऐप नंबर से भी ब्लाक कर गायब हो गई। पीड़ित ने पहले एनसीआरपी पर शिकायत दर्ज कराई, इसके बाद साइबर थाने में केस दर्ज कराया है।
https://ift.tt/5yupasJ
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply