नावकोठी| थ्रेसर उपलब्ध नहीं होने के कारण धान उत्पादक किसानों की कटी हुई फसल खेतों में चूहे खाकर क्षतिग्रस्त कर रहे हैं। महेशवाड़ा के किसान वेदानंद सिंह सिकंदर सिंह, सुधीर महतो आदि ने बताया कि 10 -15 दिन से कटी हुई धान की फसल बोझा बांधकर खेत के बीच में रखा हुआ है लेकिन थ्रेसर उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। धान का दौनी नहीं होने के कारण खेतों में नमी समाप्त होती जा रही है तथा गेहूं की बुआई भी नहीं हो पा रहा है। मजदूर धान झाड़ने के लिए तैयार नहीं है। क्षेत्र में पहसारा में एकमात्र धान का थ्रेसर उपलब्ध है जिस पर किसान नंबर लगाए हुए हैं। थ्रेसर मलिक के यहां चक्कर लगाते लगाते किसान परेशान हो चुके हैं। मजदूर एवं बोरा लेकर खेत पर जाते हैं थ्रेसर उपलब्ध नहीं होने के कारण लगभग 10 दिनों से बार-बार लौट कर आ रहे हैं। किसानों ने विभाग से थ्रेसर उपलब्ध कराने की गुहार लगाई है।
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