बेतिया नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने ऑडिट रिपोर्ट में दर्ज आपत्तियों के तत्काल निराकरण का निर्देश दिया है। शुक्रवार को उनके कार्यालय कक्ष में आयोजित सशक्त स्थायी समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि चालू वित्तीय वर्ष में अधिकतम आपत्तियों का समाधान सुनिश्चित किया जाए और कामकाज में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विधानसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता समाप्त होने के बाद यह सशक्त स्थायी समिति की पहली बैठक थी। इसमें पिछली बैठकों में पारित प्रस्तावों की अनुपालन समीक्षा की गई। महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने बताया कि सभी प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा के बाद सर्वसम्मति से उनकी संपुष्टि की गई। कई प्रशासकीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श हुआ। ऑडिट टीम की रिपोर्ट में दर्ज सभी आपत्तियों की फाइलें निकाली जाएं – मेयर महापौर ने अधिकारियों और संबंधित कर्मियों को निर्देश दिया कि ऑडिट टीम की रिपोर्ट में दर्ज सभी आपत्तियों की फाइलें निकाली जाएं। विभागवार जिम्मेदारी तय कर समयबद्ध तरीके से उनका निराकरण सुनिश्चित किया जाए। रिपोर्ट में नगर निगम कार्यालय की कई गतिविधियों पर सवाल उठाए गए थे। साफ-सफाई व्यवस्था में सुधार को लेकर भी एक ठोस प्रस्ताव पारित बैठक में नगर निगम क्षेत्र की साफ-सफाई व्यवस्था में सुधार को लेकर भी एक ठोस प्रस्ताव पारित किया गया। महापौर ने बताया कि कई वार्डों से कचरा उठाव में देरी, नाला सफाई में अनियमितता और पर्यवेक्षण की कमी की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। समिति ने इन शिकायतों के मद्देनजर व्यापक सुधार का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया। 46 वार्डों में बड़ी संख्या में वेपर और LED लाइटें खराब पड़ी सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था पर भी समिति ने गंभीरता से विचार किया। महापौर ने जानकारी दी कि नगर निगम के 46 वार्डों में बड़ी संख्या में वेपर और LED लाइटें खराब पड़ी हैं, जिनकी शिकायतें लगातार मिल रही हैं। आगामी क्रिसमस और नए साल जैसे त्योहारों को देखते हुए, सभी खराब लाइटों के सर्वे और मरम्मत का प्रस्ताव भी बैठक में पारित किया गया। बैठक में सशक्त स्थायी समिति के सदस्य, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे, जिन्होंने सभी प्रस्तावों पर सहमति व्यक्त की।
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