हापुड़ के राजकीय आलू अनुसंधान केंद्र बाबूगढ़ में दो दिवसीय कृषक गोष्ठी और प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम में केन्या से वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एली ऐटियानों सहित अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र के कई विशेषज्ञ शामिल हुए। इनमें देश प्रबंधक भारत डॉ. नीरज शर्मा, वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. अंशुल शर्मा और ए.आर.सी-विशेषज्ञ डॉ. कृष्ण सैनी प्रमुख थे।वैज्ञानिकों ने किसानों को आलू की उपज बढ़ाने के लिए नई-नई जानकारियां दीं। गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक, खाद्य प्रसंस्करण और बागवानी के नवीनतम तरीकों से अवगत कराना है,ताकि वे अपनी आय बढ़ा सकें। केन्या के कृषि वैज्ञानिक डॉ. एली ऐटियानों ने विशेष रूप से किसानों को वैश्विक स्तर पर अपनाई जा रही कृषि तकनीकों से अवगत कराया। उन्होंने फसल की उत्पादकता बढ़ाने और गुणवत्ता सुधारने के लिए कई नए उपाय सुझाए। कार्यक्रम के दौरान, एसीएस उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किसानों को संबोधित किया। उन्होंने जोर दिया कि कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिक शोध और तकनीकी नवाचार ही किसानों को आत्मनिर्भर बना सकते हैं। इस गोष्ठी में जिलेभर के सैकड़ों किसानों ने हिस्सा लिया। विशेषज्ञों ने उन्हें आलू, सब्जी, फल और अन्य फसलों की उन्नत किस्मों के बारे में जानकारी दी। साथ ही, किसानों को खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां (प्रोसेसिंग यूनिट) स्थापित करने की प्रक्रिया पर भी प्रशिक्षण दिया गया। इस पहल का लक्ष्य किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़कर कृषि को अधिक लाभदायक बनाना है।
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